मदरसा प्राचार्य पर हमले की फिराक में बदमाश, सीसीटीवी फुटेज में कैद हुआ शातिर

  • 6 years ago
भागलपुर के चम्पानगर(नाथनगर) स्थित मदनीनगर गली नंबर तीन के मशहूर मौलाना मो असगर अली को जान से मारने के लिए अपराधियों ने सोमवार देर शाम से पूरी रात तक उनकी रेकी की है। हालांकि रेकी करने वाले अपराधी की पहचान अबतक नही हो पायी है। मामले को लेकर मौलाना व उनके पूरे परिवार के लोग दहशत में है। मौलाना द्वारा दिये गए नाथनगर थाने में आवेदन में मोहल्ले के ही एक आदमी पर शक जाहिर किया है। घटना के विषय पर मौलाना ने मीडिया को बताया कि वे गरीबों व असहायों का निशुल्क इलाज करते हैं साथ ही वे मदनीनगर स्थित मदरसे में प्राचार्य पद पर भी तैनात हैं। उनके पास ताबीज लेने के लिए पूरे बिहार भर से लोग आते हैं। सोमवार को उनकी तबियत कुछ अच्छी नही थी इस वजह से वे सुबह 11 बजे अपने दफ्तर में बैठ नहीं पाए थे। शाम को मगरिब के नमाज के बाद उनके बैठने का समय होता है। शाम पांच बजकर 52 मिनट पर एक अज्ञात आदमी उनके घर के नजदीक घूमता हुआ सीसीटीवी में आता है। उनके घर के बेडरूम और गली के दरवाजे के अंदर तांक-झांक कर चला जाता है। फिर पांच सात मिनट के बाद वह एक घर की बच्ची से उनका ठिकाना पूछता है। बच्ची कुछ नही बताते हुए बाहर चली जाती है। उसकी सारी करतुत सीसीटीवी में कैद हो जाती है। तकरीबन दस मिनट के बाद वह घर के बाहर खड़ी मौलाना की बाइक को तोड़ने की कोशिश करता है गाड़ी का लॉक नही टुटने पर वह गाड़ी के तार को तोड़ देता है। और सीसीटीवी के कैमरे के सामने आकर उंगली दिखाते हुए जान से मारने की धमकी देता है। फिर वापस चला जाता है। शाम सात बजे जब अपराधी दफ्तर के अंदर आता है और दर्जनों लोगों को मौलाना के पास बैठा देख वह वापस चला जाता है। रात के साढ़े आठ बजे ही मौलाना ने सभी मरीजों को कहा कि उनकी तबीयत आज ठीक नही लग रही है इसलिए कल आइयेगा। यह कहकर मौलाना अपने दफ्तर से बेडरूम चले गए। रात के ग्यारह बजे फिर से अपराधी घर के पास आता है उसके कमर में एक हथियार सामान तौलिए में बंधा था जब उसने मौलाना का दफ्तर बंद देखा तो वह आग बबूला हो गया और घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे को तोड़कर मुख्य कैमरे के पास आकर उंगली दिखाते हुए जान से मारने की धमकी दी। साथ ही मौलाना के बेडरूम में लगे जालीनुमा खिड़की को तोड़कर भाग गया। आवाज सुनकर घरवाले सभी जग गए और सीसीटीवी देखा तो अपराधी की तस्वीर सामने आई। जिस वक्त अपर?

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