पुलिस की पिटाई से हो गई थी दलित की मौत! अब शुरू हुई सियासत
- 6 years ago
dalit man killed by police now politics starts on death
कन्नौज में पुलिस की कथित पिटाई से हुई दलित की मौत पर सपा के कूदने के बाद सियासत शुरू हो गई है। पुलिस पर गम्भीर आरोप लगने के बाद कन्नौज एसपी ने गांव के दूसरे लोगों को बुलाकर बाकायदा उन्हें मीडिया से रूबरू करवाया। एसपी के बुलावे पर आए नगला भारा के ग्रामीणों ने पुलिस पिटाई से हुई मौत की बात को नकार दिया। माना जा रहा है कि सरकार के दबाव में एसपी ने पेशबंदी में यह कदम उठाया है। कन्नौज एसपी ऑफिस में जमा यह भीड़ यहां के सौरिख थाना क्षेत्र के नगला भारा गांव की है। नगला भारा के ओमप्रकाश जाटव की 2 हफ्ते पहले मौत हो गई थी। परिजनों ने सौरिख पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया था। शुक्रवार को सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव मृतक ओमप्रकाश के घर पहुंचे थे और मृतक के परिजनों को 2 लाख रु की आर्थिक मदद भी दी थी। अखिलेश यादव ने यहां योगी सरकार और पुलिस पर जमकर आरोप भी लगाए थे।
कन्नौज में पुलिस की कथित पिटाई से हुई दलित की मौत पर सपा के कूदने के बाद सियासत शुरू हो गई है। पुलिस पर गम्भीर आरोप लगने के बाद कन्नौज एसपी ने गांव के दूसरे लोगों को बुलाकर बाकायदा उन्हें मीडिया से रूबरू करवाया। एसपी के बुलावे पर आए नगला भारा के ग्रामीणों ने पुलिस पिटाई से हुई मौत की बात को नकार दिया। माना जा रहा है कि सरकार के दबाव में एसपी ने पेशबंदी में यह कदम उठाया है। कन्नौज एसपी ऑफिस में जमा यह भीड़ यहां के सौरिख थाना क्षेत्र के नगला भारा गांव की है। नगला भारा के ओमप्रकाश जाटव की 2 हफ्ते पहले मौत हो गई थी। परिजनों ने सौरिख पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया था। शुक्रवार को सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव मृतक ओमप्रकाश के घर पहुंचे थे और मृतक के परिजनों को 2 लाख रु की आर्थिक मदद भी दी थी। अखिलेश यादव ने यहां योगी सरकार और पुलिस पर जमकर आरोप भी लगाए थे।