पीड़िता मां के पैसों पर मुंबई में मौज-मस्ती कर रही यूपी पुलिस
- 6 years ago
UP policemen enjoying in Mumbai on then money of victim mother of Rampur
रामपुर। यूपी के जिला रामपुर की पुलिस बम्बई जाकर वहां से आना नहीं चाहती और मौज कर रही है। पुलिस यह मौज एक पीड़ित मां के रुपयों पर उड़ा रही है। जी हां, यह कोई कहानी नहीं बल्कि हकीकत है। जिले के सिविल लाइंस क्षेत्र में पहाड़ी गेट स्थित कांशीराम आवासीय योजना में रहने वाली विधवा मेहरुन्निसा की सोलह वर्षीय बेटी आसमा करीब डेढ़ माह पहले गायब हो गई। मेहरुन्निसा की पीड़ित मां की यदि मानें तो उसकी नाबालिग बेटी को पड़ोस में आने वाले सुलेमान, शाहजेब और फराज जबरदस्ती कार में डालकर फरार हो गये। तब से लेकर आज तक फरियादी मां अपनी बेटी को पाने और आरोपियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई के लिए दर-दर की ठोकरें खा रही है।
पहले तो आरोपियों को ढूंढने सिविल लाइंस पुलिस जिला उधम सिंह नगर के रूद्रपुर सहित अन्य स्थानों पर गई। पीड़िता की यदि मानें तो शुरू से लेकर अभी तक सारा खर्चा पुलिस उनसे ही करवा रही है। हलांकि मुख्य आरोपी के परिजनों तक पर कोई दबाव नहीं बनाया गया। फिलहाल आरोपियों और बेटी का सुराग मुंबई में मिला तो आरोपियों को बम्बई में जाकर ढूंढने के लिए यहां से एसआई उदयवीर सिंह, पुलिसकर्मी संजीव कुमार और महिला पुलिसकर्मी महिन्द्री करीब दस दिन पहले रवाना हुए। इसके लिए पीड़िता से पुलिस वालों ने एसी क्लास के टिकट कराये। साथ ही पिछले दस दिन से पीड़ित मां के बेटे से मुंबई में लगातार खर्चा कराया जा रहा है।
रामपुर। यूपी के जिला रामपुर की पुलिस बम्बई जाकर वहां से आना नहीं चाहती और मौज कर रही है। पुलिस यह मौज एक पीड़ित मां के रुपयों पर उड़ा रही है। जी हां, यह कोई कहानी नहीं बल्कि हकीकत है। जिले के सिविल लाइंस क्षेत्र में पहाड़ी गेट स्थित कांशीराम आवासीय योजना में रहने वाली विधवा मेहरुन्निसा की सोलह वर्षीय बेटी आसमा करीब डेढ़ माह पहले गायब हो गई। मेहरुन्निसा की पीड़ित मां की यदि मानें तो उसकी नाबालिग बेटी को पड़ोस में आने वाले सुलेमान, शाहजेब और फराज जबरदस्ती कार में डालकर फरार हो गये। तब से लेकर आज तक फरियादी मां अपनी बेटी को पाने और आरोपियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई के लिए दर-दर की ठोकरें खा रही है।
पहले तो आरोपियों को ढूंढने सिविल लाइंस पुलिस जिला उधम सिंह नगर के रूद्रपुर सहित अन्य स्थानों पर गई। पीड़िता की यदि मानें तो शुरू से लेकर अभी तक सारा खर्चा पुलिस उनसे ही करवा रही है। हलांकि मुख्य आरोपी के परिजनों तक पर कोई दबाव नहीं बनाया गया। फिलहाल आरोपियों और बेटी का सुराग मुंबई में मिला तो आरोपियों को बम्बई में जाकर ढूंढने के लिए यहां से एसआई उदयवीर सिंह, पुलिसकर्मी संजीव कुमार और महिला पुलिसकर्मी महिन्द्री करीब दस दिन पहले रवाना हुए। इसके लिए पीड़िता से पुलिस वालों ने एसी क्लास के टिकट कराये। साथ ही पिछले दस दिन से पीड़ित मां के बेटे से मुंबई में लगातार खर्चा कराया जा रहा है।