शिवपाल ने गुनगुनाया गाना, नाते हैं नातों का क्या

  • 7 years ago
हालात कोई भी हों, शिवपाल यादव के चेहरे पर मुस्कराहट हमेशा बनी रहती है। सपा के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद रविवार शाम उन्होंने होटल ताज में डिनर पार्टी आयोजित की। इस पार्टी में उनके एक समर्थक ने मायूस होकर कहा -'तुम इतना जो मुस्करा रहे हो, क्या गम है जिसको छिपा रहे हो'। शिवपाल बोले-गम काहे का। फिर तो गीत-संगीत का जो सिलसिला बढ़ा वह देर तक चलता रहा। आखिर आर्केस्ट्रा संचालक ने माइक थमाया तो शिवपाल गुनगुनाए -'कसमें, वादे, प्यार, वफा, सब बातें हैं, बातों का क्या, कोई किसी का नहीं है जग में, नाते हैं नातों का क्या।' ऐसा प्रतीत हुआ कि इन लाइनों के जरिये अतीत में परिवार को बांधे रखने के लिए जो कुर्बानी दी थी, वह गीत के रूप में सामने आयी।

Recommended