लाला जी ने केला खाया । खाकर उसको मुंह पिचकाया । तोंद फुलाकर कदम बढ़ाया । लाला जी ने केला खाया । मुह पिचका कर कदम बढ़ाया । पैर के नीचे छिलका आया । समझ मे उनके कुछ ना आया । निचे गिरे धड़ाम । मुह से निकली | मर गए राम । (2) केले ने सबको समझाया । आखिर अपना जोश दिखाया । नहीं करूगा उनको माफ़ । जो ना करते सड़को को साफ । जो मुझको खायेगा । जो हुआ नहीं दोहराएगा । वोही ताकत पाएगा ।