Jyotishgher Veda Astrology

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आज हर व्यक्ति चाहता है कि उसका भाग्य प्रबल रहे , उसकी मेहनत का उसको भरपूर फल मिले, समाज में उसका खूब यश और मान हो, उसे जिंदगी में किसी चीज की कमी ना हो । धन दौलत, शोहरत हर चीज उसके पास हो। लेकिन हमारी सोचने या चाहने से कुछ नहीं होता। आपने बहुत से लोग देखे होंगे जो जीवन भर संघर्ष करते हैं, उनमें काबिलियत की कमी नहीं होती लेकिन वे डट कर मेहनत करने के बावजूद जिंदगी में वह सब चीजें हासिल नहीं कर पाते, जिनके लिए वे डिजर्व करते हैं। आपने ऐसे भी लोग देखे होंगे , जो कम पढ़ा लिखा होने या कम संघर्ष करने के बावजूद सफलता की सीढ़ियां चढ़ते चले जाते हैं और जीवन में नेम एंड फेम हासिल करते हैं। लक्ष्मी भी उन पर मेहरबान रहती है। किसी भी व्यक्ति की सफलता या असफलता के पीछे ग्रहों का भी बहुत बड़ा योगदान होता है। खासकर हमारी जन्मकुंडली के भाग्य स्थान यानी नवम स्थान में बैठा ग्रह हमारे भाग्योदय की उम्र तय करता है। कई ग्रह छोटी उम्र में ही भाग्य उदय कर देते हैं तो कई ग्रह तब हमारा भाग्योदय करते हैं, जब हम 35 साल की उम्र पार करने लगते हैं।